हमारा उद्देश्य है कि हम आम जनमानस को धर्म, आध्यात्म के विषय में सैद्धान्तिक जानकारियां उपलब्ध करा सकें, तथा धर्म, आध्यात्म के नाम पर समाज में फैली कुरीतियों एवं भ्रांतियों का निराकरण कर आम जनमानस को सही दिशा प्रदान कर सकें !
हम उत्तराखण्ड के गरीब व अनाथ विद्यार्थियों को शिक्षित बनाने हेतु प्रयासरत हैं और इसी उद्देशय से पिछले वर्ष 2005 से निरन्तर अनेक गरीब व अनाथ विद्यार्थियों का सम्पूर्ण शैक्षिक व्यय वहन करने के साथ साथ उनका सफल मार्गदर्शन करते आ रहे हैं ।
हम उत्तराखण्ड के विद्यार्थियों को विद्यालयों में बौद्धिक प्रतिस्पर्धात्मक कार्यक्रम आयोजित कर विद्यार्थियों को पुरष्कार प्रदान कर उनकी बौद्धिक तीक्ष्णता के विकास हेतु प्रयासरत हैं, और इसी उद्देशय से अनेक कार्यक्रम आयोजित करते आ रहे हैं ।
गरीब व अनाथ बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराना हमारा विशेष उद्देश्य है , जिसमें आप सबके आंशिक सहयोग से अनेक गरीब व अनाथ बच्चों को शिक्षा व शिक्षा के निमित्त प्रोत्साहित कर हीनता और अशिक्षा के कारण पराश्रित होने, अपराध व अन्य कुरीतियों के अंधकार से बाहर निकालकर उन्हें एक नया सभ्य और सुशिक्षित भावनाओं व संवेदनाओं से परिपूर्ण जीवन दे सकते हैं ।
हम उत्तराखण्ड में प्राकृतिक विपदाओं के समय पर अपने स्वयंसेवकों की क्षमतानुसार पीड़ितों को हर सम्भव भोजन ओषधि व अन्य सामग्री उपलब्ध कराकर उनका सहयोग करते हैं । इस श्रंखला में हम केवल आंशिक सहयोग के रूप में खाद्यान्न व ओषधियों का संग्रह कर उसको विपदा पीड़ितों तक पहुंचाते हैं ।
जिन सिद्धांतों से वैदिक मन्त्रों के अतिरिक्त शाबर मन्त्र, क्षेत्रीय लोकदेवताओं व अन्य आदिवासी आदि संस्कृतियों के मन्त्रों का सृजन हुआ उन्हीं सिद्धांतों के आधार पर श्री ज्योतिर्मणि पीठ द्वारा श्रीयन्त्र, श्री विद्या, संजीवनी तथा मृतसंजीवनी विद्या सहित अन्य वैदिक एवं अगमशास्त्रों के मन्त्र, तन्त्र, तथा यन्त्रों की साधना विधियों एवं प्राण ऊर्जा, मानसिक ऊर्जा, ब्रह्माण्डीय ऊर्जा पर साधना पद्धतियों के वैज्ञानिक तथा सैद्धांतिक अनुसंधान पर कार्य किये जा रहे हैं, ताकि आम जनमानस तक पहुँचाने के लिए साधनाओं को अत्यंत सहज व सरल बनाया जा सके । इस प्रयास से जिन साधनाओं में अनुसन्धान के परिणाम सार्थक रहे हैं , उन साधनाओं को योग्य साधकों को दीक्षित कर आम जनमानस तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है ।