यहां पर वह सभी नियम लिख दिए गए हैं जिनका श्री ज्योतिर्मणि पीठ पर प्रत्येक साधक को साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर में अक्षरशः पालन करना अनिवार्य है !
- 1 :- श्री ज्योतिर्मणि पीठ पर साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर काल में साधना सम्बन्धी सभी जानकारियों पर विचार विमर्श व विसंगतियों के निराकरण हेतु विचार विमर्श व चर्चा करने हेतु आप पुर्णतः स्वतन्त्र हैं, अतः इस समय पर अपने विषय को स्वतंत्रता पूर्वक कहें तथा साधना विधि इत्यादि जानकारियों व उत्तर को ध्यानपूर्वक सुने अथवा लिख लें ! किन्तु फोन, ईमेल, व्हाट्सअप आदि माध्यमों से आपको साधना सम्बन्धी कोई भी जानकारियां नहीं दी जा सकेंगी !
आपके प्रश्नों के उत्तर व अन्य जानकारियां आपको उन्हें पूरा सुनकर व पूरा समझकर स्मरण रखने व साधनात्मक व्यवहार में सम्मिलित करने के लिए दिए जाते हैं, न कि उनको पूरा सुने व समझे बिना उत्तर देने या बहस करने के लिए !
- 2 :- सामने बोलने वाला चाहे कोई भी हो उसकी बात को पूरा सुने व समझे बिना मध्य में बोलना या उत्तर देना निषेध है, व किन्हीं अन्य के मध्य में चल रही वार्ता के मध्य में अपनी बात रखना या व्यवधान देना निषेध है !
- 3 :- साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर में गुरु प्रदत्त नियमों का शतप्रतिशत पालन करना चाहिए, क्योंकि गुरु द्वारा प्रदत्त नियम शिष्य के लिए बन्धन न होकर साधना में आने वाली कठिनाईयों व अवरोधों के निराकरण का गुप्त सूत्र होते हैं !
- 4 :- साधना के नियम व प्रक्रियाएं साधना के अपने अंग हैं, अतः साधना के नियमों में किसी भी प्रकार की छूट या समझौता करने का आग्रह करना तथा साधना विधान में अपनी इच्छा या सुविधानुसार परिवर्तन करना निषेध है ! साधना के नियमों में किसी भी प्रकार की छूट या समझौता करने का आग्रह तथा साधना विधान में अपनी इच्छा या सुविधानुसार परिवर्तन करने का प्रयास मात्र भी करने वाले साधकों को सदैव के लिए साधनाओं में सम्मिलित होने से निश्चित रूप से प्रतिबन्धित किया जा सकता है !
क्योंकि जब ऐसे साधकों को साधनाओं के नियम व प्रक्रियाओं के विरुद्ध स्वेच्छा, स्व नियम या स्व सुविधानुसार नियमों में छुट या समझौता करके साधना करने में अपना धन, समय व आस्था को ही व्यतीत करना है तो ऐसे साधकों को यहां आने की ही कोई आवश्यकता नहीं है !
- 5 :- अपनी स्वयं की साधना सम्बन्धी विषयों से अतिरिक्त चर्चा करना, अनावश्यक जानकारियों का आदान – प्रदान करना, अपनी जानकारियों, मान्यताओं एवं धारणाओं को प्रमाणित कराने का प्रयास करना निषेध है !
- 6 :- किसी कार्य या बात के लिए किसी व्यक्ति को विवश करना व कोई आपको विवश कर रहा है ऐसी धारणा बनाना निषेध है, जबकि गुरु द्वारा प्रदत्त साधना के नियमों का पालन करने हेतु प्रत्येक साधक बाध्य है !
- 7 :- साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर में अन्य साधकों के प्रति सहयोगात्मक बने रहना अनिवार्य है !
- 8 :- अन्य साधक की दीक्षा या साधना में व्यवधान उत्पन्न करना निषेध है !
- 9 :- अपनी स्वयं की साधना प्रशिक्षण सम्बन्धी गतिविधियों के अतिरिक्त अन्य साधक की साधना प्रशिक्षण सम्बन्धी गतिविधियों में सम्मिलित एवं व्यवधान देना निषेध है !
- 10 :- अपनी स्वयं की साधना प्रशिक्षण सम्बन्धी जानकारियां अन्य साधक के साथ बांटना व अन्य साधक से उसकी साधना प्रशिक्षण सम्बन्धी जानकारियां प्राप्त करना पूर्णतः निषेध है ! (क्योंकि ऐसा करने से जानकारियों का संक्रमण या अतिक्रमण होकर दोनों की ही साधना की प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है !
- 11 :- अनावश्यक, संदिग्ध व अमर्यादा की गतिविधियों में लिप्त होने अथवा किसी भी प्रकार का विवाद या व्यवधान उत्पन्न करना निषेध है !
- 12 :- स्थान, व्यक्ति व सिद्धान्तों की मर्यादा का उल्लंघन करना निषेध है !
- 13 :- किसी भी प्रकार की चतुराई, छद्म नाम, छद्म पहचान, छद्म आयु या अपनी अन्य संदिग्धता आदि का परिचय देना निषेध है !
- 14 :- प्रशिक्षणकाल के समय में मोबाईल फोन आदि खुले रखना व इस समय में मोबाईल फोन आदि पर वार्ता करना तथा चित्र/चलचित्र लेना पुर्णतः निषेध है ! यह आपकी साधनात्मक व मानसिक अवस्था की सुरक्षा व अनुकूलता हेतु अत्यन्त आवश्यक है, इसलिए केवल दोपहर के 12 बजे से शाम के 4 बजे के मध्य ही आप मोबाईल आदि का उपयोग करने हेतु पुर्णतः स्वतन्त्र होते हैं !
- 15 :- साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर में कायिक, वाचिक, मानसिक रूप से झूठ, छल, कपट, क्रोध, ईर्ष्या, ग्लानी, वाद-विवाद व दैत्यत्व को उत्पन्न व प्रदर्शित करना निषेध है, तथा स्वयं में स्वच्छता, पवित्रता व देवत्व को उत्पन्न करना अनिवार्य है !
- 16 :- साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर में उस साधना के सम्बन्ध में गुरु द्वारा दिए गए निर्देशों के अतिरिक्त अपने असीमित ज्ञान व जानकारियों के भण्डार को अपने पास ही सुरक्षित रखना, और यहां पर निर्दिष्ट साधना के नियमों व अनिवार्यताओं को पूर्ण करना अनिवार्य है !
- 17 :- साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर में अंडा, मांस, मदिरा, गुटखा, पान, सिगरेट, लहसुन, प्याज आदि का खाद्य ग्रहण करना निषेध है !
- 18 :- साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर में झूठ, छल, क्रोध व मैथुन सम्बन्धी कर्म, विचार, गीत, संगीत, चलचित्र और मिथ्या वार्तालाप करना निषेध है !
- 19 :- साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर में अपनी असक्षमता, कठिनाई, हीनता, त्रुटि आदि को अपने गुरु अथवा गुरु द्वारा निर्धारित किए गए सक्षम व्यक्ति के समक्ष तत्काल ही अवश्य व्यक्त करना अनिवार्य है, ताकि समय रहते समस्या का समाधान किया जा सके ! किन्तु साधना के सम्बन्ध में अपनी असक्षमता, कठिनाई, हीनता, त्रुटि आदि को अपने गुरु अथवा गुरु द्वारा निर्धारित किए गए सक्षम व्यक्ति के अतिरिक्त अन्य साधक या व्यक्ति के समक्ष व्यक्त करना निषेध है ! (इससे आपकी समस्या का समाधान हो या ना हो किन्तु अन्य साधक पर मानसिक दुष्प्रभाव पड़कर उसकी साधना/मानसिकता दुष्प्रभावित हो सकती है)
- 20 :- साधना, स्थान, गुरु व देवता के नियमों, सिद्धान्तों व क्रियाओं में समझौता, स्वेच्छा, अतिक्रमण व संक्रमण करना निषेध है !
- 21 :- यदि आप अपनी त्रुटि पर अपनी त्रुटि के स्थान पर अन्य की त्रुटियों को सम्मुख लाकर अपनी त्रुटि को उसकी आड़ में दबाने का प्रयत्न करते हैं तो इसका सीधा सा यह अर्थ होता है कि आपका ध्यान अपने सुधार पर न होकर अन्य की त्रुटि के प्रदर्शन द्वारा अपने बचाव पर होता है !
- 22 :- नियमों, अनिवार्यताओं व निर्देशों का उल्लंघन हो जाने पर उसको स्वीकार कर पुनः ऐसा नहीं करने हेतु प्रवृत्त होना आपकी सुयोग्यता की वृद्धि का कारण बनेगा, जबकि नियमों, अनिवार्यताओं व निर्देशों के उल्लंघन को अपने तर्कों द्वारा सही साबित करने का प्रयास करने से आप सदैव के लिए अपना स्थान व सम्मान खो देंगे !
- 23 :- श्री ज्योतिर्मणि पीठ की और से यहां आने वाले सभी साधकों, प्रशिक्षणार्थियों व आगंतुकों को स्पष्ट निर्देश है कि यह सभी अपने सम्बन्ध व संपर्क को श्री ज्योतिर्मणि पीठ तक ही सिमित रखेंगे, यहां के सम्बन्ध व संपर्क को आपस में व्यक्तिगत बनाना व मोबाईल/फोन नं आदि का आदान-प्रदान करना पुर्णतः निषेध है !
- 24 :- आप भलीभांति स्मरण रखें कि इस पृष्ठ पर लिखे हुए किसी भी नियम का आपके द्वारा उल्लंघन करने या होने पर आपका प्रशिक्षण शिविर से वंचित होना सुनिश्चित होता है, जिसका पूरा उत्तरदायित्व आप का ही होता है ! अतः इस स्थिति में आपकी अनावश्यक व महत्वहीन बातों या तर्कों को सुनने के लिए हम अपने व्यक्तिगत जीवन, जीवनचर्या, दिनचर्या व अपने व्यक्तिगत समय में आपके हस्तक्षेप अथवा आपके द्वारा हमारे व्यक्तिगत जीवन, जीवनचर्या, दिनचर्या व बहुमूल्य समय का दुरूपयोग करने की स्वतन्त्रता आपको प्रदान नहीं करते हैं !
- 25 :- यदि आप निःशुल्क साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर हेतु विधिवत् पंजिकरण करते हैं ओर आपको हमारी ओर से निःशुल्क साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर में सम्मिलित होने हेतु आमन्त्रण दिया जाता है किन्तु आप साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर में सम्मिलित नहीं होते हैं, ऐसा दो बार होने पर हम अपने बहुमूल्य समय का आपके द्वारा दुरूपयोग होना मानते हैं, ओर आपको आपके नाम, ईमेल, मोबाईल नं व चित्र सहित प्रतिबन्धित (Block) कर दिया जाता है, जिसके बाद ऐसे सज्जनों के सन्देश/ईमेल हमारे पास नहीं पहुंचते हैं, जिस कारण हम उनको कोई उत्तर नहीं दे सकते है !
- 26 :- हम आपके साधनात्मक उद्देश्यों की पूर्ति हेतु अपने बहुमूल्य समय को निवेश करना चाहते हैं ताकि उससे आपको आपका लक्ष्य प्राप्त हो सके, किन्तु हम अपने बहुमूल्य समय को आपके लिए व्यय कभी भी नहीं करना चाहेंगे ! और यही अपेक्षा हम आपसे भी रखते हैं कि आप भी अपने बहुमूल्य समय का केवल निवेश ही करें ! नियमों, निर्देशों व अनिवार्यताओं का उल्लंघन करके अपने व हमारे बहुमूल्य समय का व्यय न होने दें ! अन्यथा हमारे बहुमूल्य समय का आपके द्वारा दुरूपयोग या व्यय होने की आशंका होने के साथ ही आपका प्रशिक्षण शिविर से निष्कासित होना सुनिश्चित होता है !
- 27 :- आपका आचरण, व्यवहार, नियमों व निर्देशों का अनुपालन ही हमारी और से आपका सहयोग करने या न करने की सीमा को सुनिश्चित करता है !
- 28 :- यदि आपको उपरोक्त में किसी भी नियम की अनिवार्यता को स्वीकार कर उसका पालन करने में आपत्ति है तो आपको अपना व हमारा बहुमूल्य समय नष्ट करने के लिए प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित ही नहीं होना चाहिए !
- 29 :- साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर को निर्बाध सम्पन्न करने के लिए प्रशिक्षण शिविरके नियमों का विधिवत् पालन करना आपका स्वयं का कर्तव्य है, अतः आप भलीभांति यह सुनिश्चित करके रखें कि उपरोक्त सभी नियमों का विधिवत् पालन नहीं करने पर आपको बिना किसी पूर्व चेतावनी के साधना पूर्व प्रशिक्षण शिविर से वंचित किया जा सकता है !
- 30 :- उपरोक्त विषयों में त्रुटियां करने/नियमों में छूट/नियमों को अनदेखा/नियमों का पालन नहीं करने का प्रयास या आग्रह करने वाले साधकों/प्रशिक्षणार्थियों/आगन्तुकों को हमारे द्वारा निश्चित ही सदैव के लिए प्रतिबन्धित किया जाना सुनिश्चित होता है, क्योंकि ऐसे सज्जन प्रयत्नशील या सक्षम साधकों को भी उनके लक्ष्य से पथभ्रष्ट होने में मुख्य भूमिका निभाते हैं !
आपकी साधना के विषय में आपके साथ आवश्यक प्रश्नोत्तर किये जाने की आवश्यकता होती है, जिसमें आपको अपने साधना करने के उद्देश्य व उस साधना से लाभ प्राप्त करने की आपके द्वारा बनाई गई रूपरेखा को स्पष्ट रूप से व्यक्त करना अनिवार्य होता है ! ताकि यदि आपके उद्देश्य व आपके द्वारा बनाई गई रूपरेखा में कोई विसंगति हो तो उसका निस्तारण किया जा सके !
आपकी साधना के विषय में आपके साथ आवश्यक प्रश्नोत्तर किये जाने के समय पर आपको प्रत्येक प्रश्नों के उत्तर को समय का व्यय किये बिना निःसंकोच होकर स्पष्ट रूप से तत्काल ही व्यक्त करना अनिवार्य होता है !
यदि आप अपनी साधना के विषय में आवश्यक प्रश्नोत्तर के समय स्वतन्त्र रूप से वार्ता कर हमें आश्वस्त नहीं करते हैं, तथा आपके उद्देश्य व आपके द्वारा बनाई गई रूपरेखा में कोई विसंगति शेष रह जाती है तो निश्चित रूप से आपको साधना प्रशिक्षण में सम्मिलित होने से वंचित ही रखा जाता है !
प्रत्येक साधना/अनुष्ठान के सम्बन्ध में हमारी वेबसाइट पर प्रत्येक साधना/अनुष्ठान के लिए अनिवार्यताओं सहित सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध है, अनिवार्यतः यह ध्यान रखें कि हमारी वेबसाइट पर प्रत्येक साधना/अनुष्ठान के पृष्ठ पर उस साधना से सम्बन्धित जीवन में होने वाले लाभ को स्पष्ट लिखा गया है किन्तु उस साधना से जो लाभ वहां नहीं लिखा गया हो आप स्वेच्छा से या अन्यत्र से प्राप्त जानकारियों के आधार पर उस साधना से उस लाभ की न तो अपेक्षा ही कर सकते हैं और न ही ऐसे किसी अनावश्यक विषय पर हमारे साथ वार्ता कर सकते हैं !
यदि आप किसी साधना के विषय में हमारी वेबसाइट पर लिखे गए उस साधना के लाभ व अधिकार क्षेत्र से पृथक स्वेच्छा से या अन्यत्र से प्राप्त जानकारियों के आधार पर लाभ की अपेक्षा करते हैं तो यह आपकी अपनी समस्या होगी जिसका समाधान आपको स्वयं ही करना होगा ! अतः कृपया हमारी वेबसाइट पर प्रत्येक साधना/अनुष्ठान के पृष्ठ पर दी गई सम्पूर्ण जानकारियों का अन्त तक ध्यानपूर्वक अवलोकन करने के उपरान्त ही साधना का चयन करें !
कृपया ध्यान दें :- आपके द्वारा उपरोक्त में से किसी भी नियम का उल्लंघन करने या होने पर आपको साधना प्रशिक्षण शिविर से वंचित कर दिए जाने पर आप हमारे बारे में क्या प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं इससे हमें कोई प्रभाव नहीं पड़ता है ! क्योंकि केवल विश्वसनीय व योग्य व्यक्ति को ही साधनात्मक प्रक्रियाओं में सम्मिलित रखना हमारी प्राथमिकता है !